प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंगलवार को ईस्ट कैलाश के इस्कॉन मंदिर में विश्व की सबसे बड़ी भगवद् गीता का विमोचन किया। यह भगवद् गीता 3 मीटर लंबी और 800 किलो की है। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भगवद् गीता के दिव्य ज्ञान को जन-जन तक पहुंचाने के लिए यह एक अनुपम उदाहरण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये अवसर मेरे लिए इसलिए भी खास है, क्योंकि दो दशक पहले अटल जी ने इस मंदिर परिसर का शिलान्यास किया था।
इस्कॉन मंदिर पहुंचने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के खान मार्केट मेट्रों स्टेशन से मेट्रो की सवारी की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अक्सर ही मेट्रो का सफर करते देखा जाता है। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जब भी दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के किसी कार्यक्रम में जाना होता है तो, वह सड़क मार्ग की जगह मेट्रो की यात्रा से ही यात्रा करते हैं। वहीं, यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने बीच पाकर सहयात्रियों ने उनके साथ सेल्फी ली।
#WATCH Delhi: Prime Minister Narendra Modi at ISKCON temple says, "Today is a very important day..." pic.twitter.com/zeyMmpjiiU— ANI (@ANI) February 26, 2019
विश्व की सबसे बड़ी भगवद् गीता का विमोचन कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह दुनिया को सबसे प्रेरक उपहार है। भगवद् गीता पूरे विश्व की धरोहर है। भगवद् गीता हजारों साल से प्रासंगिक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "देश-विदेश की अनेक भाषाओं में श्रीमद् भगवद् गीता का अनुवाद हो चुका है। लोकमान्य तिलक ने जेल में रहकर भगवद् गीता के रहस्य को भी लिखा है। उन्होंने मराठी में भगवद् गीता के ज्ञान को लोगों तक पहुंचाया। उन्होंने भगवद् गीता का गुजराती में भी अनुवाद किया था।" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "अगर आप विद्यार्थी हैं और अनिर्णय की स्थिति में हैं, आप किसी देश के राष्ट्राध्यक्ष हैं या फिर मोक्ष की कामना रखने वाले योगी आपको अपने हर प्रश्न का उत्तर श्रीमद् भगवद् गीता में मिल जाएगा।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "प्रभु जब कहते हैं कि क्यों व्यर्थ चिंता करते हो, किससे डरते हो, कौन तुम्हें मार सकता है। तुम क्या लेकर आए थे और क्या लेकर जाओगे। तो खुद को राष्ट्र सेवा में समर्पित करने की प्रेरणा अपने आप मिल जाती है।"
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