मोदी सरकार ने करदाताओं के लिए बहुत बड़ी घोषणा की है। सरकार ने टैक्स पेयर्स को बड़ी राहत देते हुए टैक्स स्लैब में बदलाव करते हुए ऐलान कर दिया कि 5 लाख रुपये तक की सालाना आमदनी पर कोई भी टैक्स नहीं लगेगा। 5 से 10 लाख रुपये तक की आमदनी पर 20 प्रतिशत टैक्स लगेगा. वहीं, 10 लाख रुपये से ऊपर की आमदनी पर 30 प्रतिशत टैक्स लगेगा।
आम टैक्स पेयर्स या यूं कहें कम कमाने वाले लोग जो टैक्स के बोझ से दबे थे, उन्हें इतिहास में पहली बार सबसे बड़ी टैक्स छूट दी गई है। यूं तो सरकार ने पांच लाख रुपए तक की आमदनी को टैक्स फ्री कर दिया है, लेकिन अगर आप LIC, मेडिकल, पीएफ में निवेश करते हैं, तो आपको पूरे-पूरे 6.50 लाख रुपए तक कोई भी टैक्स नहीं लगेगा। आसान भाषा में कहें तो पहले पांच लाख रुपए कमाने पर जो आप 13 हजार रुपए टैक्स देते थे, वो अब जीरो (0) हो गया है।
ऐसे समझें आपकी बचत
आय | पहले टैक्स | अब टैक्स |
5 लाख | 13,000 | पूरी छूट |
7.5 लाख | 65,000 | 49,920 |
10 लाख | 1.17 लाख | 99,840 |
20 लाख | 4.29 लाख | 4.02 लाख |
मोदी सरकार का 'सिक्सर'
- मकान के किराए पर लगने वाले टैक्स डिडक्शन की सीमा 1 लाख से बढ़ाकर 2.5 कर दी गई है।
- 40 हजार तक के ब्याज पर कोई टैक्स नहीं लगेगा।
- स्टैंडर्ड डिडक्शन 40 हजार से बढ़ाकर 50 हजार किया गया।
-साथ ही निवेश के साथ अब 6.5 लाख तक पर टैक्स छूट मिलेगी. 40 हजार तक के बैंक ब्याज पर अब टैक्स नहीं लगेगा।
-दो घर होने पर भी कोई टैक्स नहींं लगेगा।
-हर करदाता को 13 हजार रुपये का फायदा होगा।
- तीन करोड़ से ज्यादा मध्यमवर्गीय लोगों को लाभ मिलेगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें