अच्छी नौकरी छोड़ खेती करके अच्छा मुनाफा कमाने वाले लोगों की खबरें अक्सर सामने आती रहती हैं और ऐसे भी कुछ किसान हैं जो पुराने तरीके से होने वाली पारंपरिक खेती और फसलों को छोड़कर कुछ नया ट्राइ करते हैं ताकि मुनाफा बढ़ाया जा सके।
तमिलनाडु के शिवगंगा जिले के किसान सी पांडियन ने भी कुछ ऐसा ही किया। उन्होंने अपनी कमाई बढ़ाने के लिए परंपरागत खेती ही अपरंपरागत तरीके से करना शुरू किया। वेटीवर घास यानि खस की तमिलनाडु में बहुत मांग है। इसके इतने फायदे हैं कि इसे 'वंडर ग्रास' का नाम दिया गया है। फार्मा से लेकर कॉस्मेटिक इंडस्ट्री तक में इसका इस्तेमाल होता है। ये घास इतने कमाल की होती है कि इसका एक किलो तेल बाजार में लगभग 30,000 से 58,000 रुपये तक बिकता है। इसे इको-फ्रेंडली एयर कंडीशनर्स और एंटी पॉल्युशन मास्क बनाने में भी इस्तेमाल किया जाता है।
बनते हैं कई सामान
खस से पर्दे भी बनाए जाते हैं। गर्मियों में इनकी मांग बहुत ज्यादा होती है। इन पर्दों को खिड़की या दरवाजे पर लगाकर इनपर पानी छिड़क दिया जाता है, जिससे हवा काफी ठंडी होकर अंदर आती है। इससे सिर्फ कमरा साफ ही नहीं रहता बल्कि उसमें भीनी-भीनी खुशबू भी आती रहती है। इस घास का इस्तेमाल खस सिरप और जूस बनाने के लिए भी किया जाता है। वॉटर टैंक्स, ऑर्टिफिशयल लेक्स के अलावा घर में भी पीने वाले वाली को शुद्ध करने के लिए इसका इस्तेमाल होता है।
करती है एंटी डिप्रेसेंट का काम
इसे उगाना खेत की मिट्टी के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। इसमें मॉश्चर सोखने की अद्भुत क्षमता होती है। इसके साथ ही यह मृदा संरक्षण और ग्राउंडवाटर को रोकने में भी काफी कारगर होती है। इससे हैंडीक्राफ्ट्स के आइटम भी बनते हैं। इसमें एक और बहुत खास बात है और वह है, एंटी डिप्रेसेंट का काम करना। पांडियन इस घास को अपने एक एकड़ के खेत में उगाकर इससे 1.5 लाख का मुनाफा कमा रहे हैं।
एक किलो तेल की कीमत 58,000 रुपये
इसके बारे में बताते हुए इंडिया वेटीवर नेटवर्क के अशोक कुमार, द हिंदू से कहते हैं - इस घास की खेती करना बहुत आसान है। तमिलनाडु की के लंबे समुद्रतटों को बड़े स्तर पर इसकी खेती करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। पांडियन ने भी ऐसा ही किया है। हालांकि समुद्रतटों पर ये घास खुद भी उग आती है लेकिन खेतों में इसे उगाने से ज्यादा मुनाफा मिल सकता है। द हिंदू के मुताबिक, समुद्रतट के खेतों में एक एकड़ में इसकी लगभग 2 - 2.5 टन पैदावार होती है और अंदर के खेतों में ये लगभग 1.5 लाख टन तक पैदा हो सकती है। इसके एक किलोग्राम तेल की कीमत भी लगभग 58,000 रुपये तक होती है।
कमा सकते हैं अच्छा मुनाफा
एक किलो वेटीवर घास से लगभग 300 ग्राम तेल निकल आता है, इसलिए एक एकड़ की फसल में कोई भी किसान इससे लगभग 1.5 लाख रुपये तक कमा सकता है और दस में इसकी खेती पर खर्च किए गए कुल रुपयों को हटाकर ये सिर्फ उसका मुनाफा होगा। वह कहते हैं कि आजकल जब किसान खेती में नई तकनीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं, ऑर्गेनिक फल और सब्जियां उगा रहे हैं तो वंडर घास की भी खेती की जा सकती है। यह वाकई फायदे का सौदा साबित होती है।
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